ठंड के मौसम में पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिसकी वजह से गैस, ब्लोटिंग, कब्ज, अपच, आदि जैसी पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में पाचन स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ठंड के मौसम में पाचन क्रिया को बढ़ावा देने के लिए मां तरह-तरह के नुस्खे आजमाती हैं। इन नुस्खों की मदद से हम सभी को एक स्वस्थ पाचन के निर्माण में मदद मिलती है, और ठंड में भी पाचन संबंधी समस्याएं परेशान नहीं करती। तो क्यों न इस सर्दी पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में लिए आप सभी ये नुस्खे आजमाएं (tips to boost digestion in winter season)।
सीजनल फल एवं सब्जियां मौसम के अनुरूप होने वाली शारीरिक समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं। सर्दियों में मिलने वाली ज्यादातर फल एवं सब्जियां फाइबर और विटामिन सी से भरपूर होती हैं, जो पाचन क्रिया को बढ़ावा देने के साथ-साथ इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करती हैं। जिससे कि ठंड के मौसम में पाचन संबंधी समस्याएं और संक्रमण का खतरा कम हो जाता है (tips to boost digestion in winter season)।
मेरी मां नियमित रूप से पानी फल सिंघाड़ा, पालक, शकरकंद संतरा, गोभी, शरीफा, जागर, मूली, मेथी पत्ता, आदि जैसे विंटर सुपर फूड्स का सेवन करती है और साथ में हमें भी इन्हें खाने की सलाह देती हैं। इस प्रकार हम सभी को एक स्वस्थ पाचन के निर्माण में मदद मिलती है, साथ ही शरीर में पर्याप्त ऊर्जा का संचार भी बना रहता है।
ठंड के मौसम में यदि पाचन संबंधी समस्याएं आपको अधिक फ्रिक्वेंटली परेशान करती हैं, या आपको बार-बार कब्ज हो जाता है, तो ऐसे में एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच देसी घी मिलाकर पीने से मदद मिल सकती है। यदि हम में से किसी को भी ठंड के मौसम में कब्ज हो जाता है, तो मां हमें फौरन गुनगुने पानी के साथ घी देती हैं, जिससे हमें कुछ समय में ही राहत मिलती है। यह डाइजेशन को बूस्ट करता है और मल त्याग को आसान बना देता है।
ठंड के मौसम में अक्सर कम प्यास लगती है, जिसकी वजह से हमारा वॉटर इंटेक कम हो जाता है। ऐसे में इंटेस्टाइन यानी कि आंत अच्छे से कार्य नहीं कर पाती। जिसकी वजह से कब्ज और अपच जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। इसलिए हमेशा दो से तीन लीटर पानी पीने का लक्ष्य रखें। यदि आपको प्यास नहीं लग रही है, फिर भी 2 से 3 घंटे बाद या आवश्यकता महसूस होने पर एक गिलास पानी जरूर पिएं।
ठंड के मौसम में आंवला जूस या आंवले का सेवन आपके पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के साथ ही इम्यूनिटी को भी बढ़ावा देता है। इसलिए इसे डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। मेरी मां आंवला, काली मिर्च और अदरक को एक साथ ब्लेंड करके इसका रस निकालकर रोजाना पीती हैं। इसमें मौजूद फाइबर की गुणवत्ता पाचन क्रिया को नियमित रखती है, साथ ही साथ विटामिन सी इम्यूनिटी को बढ़ावा देते हैं और सर्दियों में होने वाले संक्रमण के खतरे को कम कर देते हैं।
आमतौर पर सर्दियों में लोग बेहद आलसी हो जाते हैं, और खाने के बाद सीधा बेड पर लेट जाते हैं। यह एक अनहेल्दी प्रेक्टिस है, जिससे हमें बचाना चाहिए। सर्दियों में मां सुबह उठकर गुनगुना पानी पीने के बाद कुछ देर वॉक करती हैं। साथ ही साथ अपनी बॉडी को अच्छी तरह से स्ट्रेच करती हैं। हम सभी इस गतिविधि को अपनाते हैं, जिससे हमें बेहतर मल त्याग में मदद मिलती है।
रात को भोजन करने के बाद हम सभी एक साथ वॉक करते हैं, इससे डाइजेस्टिव एंजाइम बूस्ट होता है और एक बेहतर पाचन प्रक्रिया में मदद मिलती है। इस प्रकार सुबह की शुरुआत अच्छी होती है। इसलिए ठंड की आलस छोड़ें और खुद को स्वस्थ रखने के लिए शारीरिक गतिविधियों में भाग लें।
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