कई बार हम अपने आसपास की चीज़ों को नज़रंदाज़ कर देते हैं। यह मानते हुए कि अरे यह तो रोज़मर्रा की जिंदगी का हिस्सा हैं, इनकी अहमियत क्या ही होगी। लेकिन उनकी अहमियत तब हमें समझ आती है जब हमें उसी चीज़ की कमी हो जाएं। जैसे नमक, को बहुत आम समझा जाता है। खास वह तब बन जाता है जब डॉक्टरी रिपोर्ट में आपके शरीर में सोडियम की कमी हो जाए। फिर आप ध्यान से नमकीन चीजे खाने के मौके ढूंढने लगेंगे। आम और खास की ये बातें मैं इसलिए कर रहा हूं क्योंकि आज हम एक ऐसी ही आम चीज की बात करने जा रहे हैं जो है तो आम लेकिन आपकी हेल्थ की दृष्टि से बहुत ख़ास है। वह है तिल (Sesame seeds)। आपके इम्यून सिस्टम से लेकर आपके दिल के स्वास्थ्य तक (til ke fayde) तिल बहुत फायदेमंद है। आइए जानते हैं कैसे।
कई रिपोर्ट्स के अनुसार तिल से हार्ट की समस्याओं से गुजर रहे लोग जल्दी उबरते हैं यानी तिल उनके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। रिपोर्ट कहती है कि तिल के बीज में 15 प्रतिशत सैचुरेटेड फैट (Saturated Fat) होते हैं। लेकिन उसकी तुलना में पॉलीअनसैचुरेटेड फैट ज्यादा (41%) और मोनोअनसैचुरेटेड फैट 39 प्रतिशत होते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि सैचुरेटेड फैट की तुलना में इन फैट्स का ज्यादा रहना तिल को शरीर का कोलेस्ट्रॉल कम करने के मुफ़ीद बनाता है जिससे हार्ट से सम्बंधित बीमारियों का ख़तरा टलता जाता है।
हाई ब्लडप्रेशर (High Blood Pressure) एक बड़ा कारण है जिसकी वजह से हार्ट अटैक्स (Heart Attack) आते हैं। तिल के बीज में मैग्नीशियम पाया जाता है जो ब्लडप्रेशर को कम कर सकता है। इस वजह से हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के तिल बड़े काम का है।
एक स्टडी में हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को रोजाना ढाई ग्राम तिल के बीज अलग अलग तरीके से खिलाए गए। एक महीने बाद हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के ब्लडप्रेशर में 6 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
तिल के बीजों की ये खूबी हड्डियों में दर्द से परेशान लोगों के लिए वरदान से कम नहीं है। न्यूट्रिएंट्स (Nutrients) और कैल्शियम (Calcium) से भरपूर तिल हड्डियों को अतिरिक्त ताक़त देता है। इसे आप यूं भी समझ सकते हैं कि 30 ग्राम तिल में लगभग 22 प्रतिशत कैल्शियम, 25 प्रतिशत मैग्नीशियम, 32 प्रतिशत मैग्नीज और 21 प्रतिशत जिंक होता है।
हालांकि यह ध्यान देने की बात है कि इसके अलावा भी कुछ और तत्व होते हैं जो तिल के उन गुणों को हल्का कर देते हैं, इसलिए तिल को रोस्ट कर के,भुन के उबाल कर खाने पर हड्डियों को इसका ज़्यादा फायदा मिलेगा। तो देर किस बात की अपने आसपास के उन लोगों को तिल सजेस्ट करिए जो हड्डियों में पोषण की कमी से कई तरह के दर्द से जूझ रहे हैं जिसमें जोड़ो का दर्द भी शामिल है।
सूजन हमेशा बाहरी नहीं होती। कई बार यह इन्टर्नली भी होती है। तिल दोनों केसेस में मददगार है। रोजाना एक या दो चम्मच तिल का इंटेक किसी भी सूजन को रोकने में मदद कर सकता है। कई बार हमारे लिवर,किडनी या शरीर के किसी अन्य हिस्से में सूजन हो जाती है।
यहां तिल काम आ सकता है। अपने इसी गुण के कारण यह मोटापा कम करने में भी मददगार है। अगर आप मोटापा कम करने की राह पर हैं तो रोज़ाना 10 से 20 ग्राम तिल किसी भी तौर पर खाना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
कब्ज़ आज की जिंदगी में आम समस्या बन चुकी है। अनियमित दिनचर्या और अनियमित खानपान की वजह से इस समस्या से लगभग हर तीसरा व्यक्ति गुज़र रहा है।
ऐसे में तिल यहां आपके काम आ सकता है। दरअसल तिल फाइबर के मामले में रिच होता है। और फाइबर पेट की समस्याओं में सहायक है। ऐसे में अगर आप अपने खाने में किसी भी तरह तिल को रोज़ शामिल कर रहे हैं तो आपको पाचन से सम्बंधित तमाम समस्याओं से राहत मिल सकती है।
हमारे शरीर के अंदर हमारा इम्यून सिस्टम (Immune System) जो हमें बीमारियों से लड़ने में मदद करता है,तिल उसको मजबूती देने में सक्षम है। दरअसल तिल के अंदर तमाम न्यूट्रिएंट्स (जैसे- जिंक,आयरन, कॉपर,विटामिन बी6) पाए जाते हैं जो इम्यून सिस्टम के लिए ज़रूरी हैं। तिल अपने इन्हीं गुणों की वजह से इसके लिए मददगार है।
यह सच है कि काले तिल का स्वाद सफेद तिल की तुलना में कड़वा होता है लेकिन फायदे के मामले में काला तिल ज्यादा ताकतवर है। काले तिल को अगर भुन दिया जाए तो उसकी कड़वाहट चली जाती है,आप चाहें तो ये नुस्खा आजमा सकते हैं। अगर आप सफेद तिल भी खा रहे हैं तो खाते रहिए, अपने तमाम गुणों के साथ वो भी आपको सेहतमंद बनाएगा।
यह सही है कि तिल के अनेकों फायदे हैं लेकिन अगर आपको अगर कोई गम्भीर बीमारी है तो घरेलू नुस्खों के भरोसे मत बैठिए। डॉक्टर से मिलिए और दवाइयां लीजिये। दवाइयों के साथ भी तिल अपना काम करता रहेगा। एक बात और, एलर्जी का ध्यान रखिएगा। कुछ लोगों को कुछ खास चीजों से एलर्जी होती है जिसकी वजह से उनका शरीर उन चीजों को एक्सेप्ट नही करता। आप भी इस बात का ध्यान रखिये और अगर आपको तिल से एलर्जी है तो इससे दूर रहिएगा।
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