मुंबई की विस्थापित झुग्गी-बस्ती में जन्मी और पली बढ़ी डॉ सरिता रामसूरत माली आज कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में रिसर्च स्कॉलर हैं। बरसाें तक उन्होंने न केवल अपने परिवार के साथ फूल माला बनाने और बेचने का काम किया, बल्कि ट्रैफिक सिग्नल पर भी अपने पिता के साथ इस काम में हाथ बंटाया। मराठी शाला से शुरू हुआ उनका शैक्षिक सफर जेएनयू से होता हुआ आज University of California Santa Barbara तक पहुंच गया है। जेंडर, कास्ट, कलर और क्लास जैसी तमाम बेरीकेडिंग को उन्होंने कैसे पार किया, देखिए Health Shots के इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में।इंटरव्यू : योगिता यादव वीडियो एडिटिंग : अदीब अनवर