आज के दौर में ज्यादातर लोग अपनी सेहत का बाहरी तौर पर तो ध्यान रखते हैं, लेकिन अक्सर पाचन तंत्र को नजरअंदाज कर देते हैं। पाचन तंत्र सिर्फ खाना पचाने का काम नहीं करता, बल्कि यह आपकी संपूर्ण सेहत का आधार है। इसे स्वस्थ रखना बेहद ज़रूरी है। पाचन क्रिया के प्रति बरती गई लापरवाही का सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता है। मोनिका जैन, डायरेक्टर, मेडिकल एंड इंटरवेंशनल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड हेपेटोलॉजी, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट दिल्ली ने समग्र सेहत के लिए पाचन क्रिया का महत्व बताते हुए। पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने के टिप्स भी दिए हैं। तो चलिए जानते हैं, इस बारे में अधिक विस्तार से (How to boost gut health)।
मोनिका जैन के अनुसार “एक मजबूत पाचन तंत्र न केवल शरीर को एनर्जी प्रदान करता है, बल्कि इम्यूनिटी को भी बढ़ावा देता है। 70% से ज्यादा इम्यून सिस्टम हमारी आंत से जुड़े होते हैं। इसका मतलब है कि अगर आपका आंत स्वस्थ है, तो आप बीमारियों से बेहतर तरीके से लड़ सकती हैं। एक मजबूत इम्यूनिटी के लिए पाचन स्वास्थ्य का ध्यान रखें।”
एक अस्वस्थ पाचन क्रिया समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। खराब पाचन तंत्र से सिर्फ पेट दर्द, गैस, और कब्ज जैसी समस्याएं नहीं होती, बल्कि इससे त्वचा की समस्या, थकान, वजन बढ़ना या कम होना, और यहां तक कि डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं।
आंतों के बेहतर स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आप कुछ आसान सुझाव अपना सकती हैं। सबसे पहले अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे ताजी सब्जी, फल, और साबुत अनाज खाएं। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है।
प्रोबायोटिक्स (दही, छाछ) को अपनी डाइट में शामिल करें। प्रोबायोटिक आंतों में हेल्दी बैक्टीरिया के निर्माण में मदद करते हैं, जिससे पाचन क्रिया अधिक सक्रिय रहती है और खाद्य पदार्थों को पूरी तरह से पचाने में मदद मिलता है।
पर्याप्त पानी पीने से पाचन प्रक्रिया सुचारू रहती है। पानी आपके पाचन क्रिया को लुब्रिकेंट करता है, साथ ही साथ खाद्य पदार्थों के पाचन में मदद करता है। जिससे कि पाचन संबंधी समस्या आपको परेशान नहीं करती। इसके अलावा यह कब्ज नहीं होने देता क्योंकि बार-बार कब्ज होना बवासीर जैसी गंभीर बीमारी को जन्म दे सकता है। इसलिए पूरे दिन में शरीर की आवश्यकता अनुसार पर्याप्त मात्रा में पानी पीने का प्रयास करें।
पैक्ड फूड, जंक फूड और ज्यादा चीनी के सेवन से पूरी तरह परहेज करें। बाहरी खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन आपके पाचन क्रिया को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। नियमित रूप से प्रोसेस्ड फूड का सेवन ब्लोटिंग, गैस, अपच, डायरिया आदि का कारण बनता है। साथ ही साथ डायबिटीज, हृदय संबंधी समस्याओं के साथ ही कई अन्य शारीरिक बीमारियों को जन्म दे सकता है।
तनाव का सीधा असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है, ऐसे में स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। योग, ध्यान या अन्य स्ट्रेस मैनेजमेंट तकनीक में भाग लें, जिससे आपका तनाव कम होगा और आपको एक बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के निर्माण में मदद मिलेगी।
नियमित रूप से कम से कम 30 मिनट तक फिजिकली एक्टिव रहें। एक्सरसाइज और योग में भाग लेने से पाचन क्रिया स्टिम्युलेट होती है, जिससे एक स्वस्थ पाचन में मदद मिलती है। इसके साथ ही खाना खाने के बाद रात को कम से कम 15 मिनट तक वॉक करें।
नोट: पाचन क्रिया को नजरअंदाज करने से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती है। इसलिए अपने पाचन तंत्र का ख्याल रखें और कोई भी समस्या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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