ठंड के मौसम में तापमान गिरते ही सामान्य संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जिसकी वजह से सर्दी-खांसी, बुखार और फ्लू के अन्य लक्षण आपको परेशान करना शुरू कर देते हैं। इसके अलावा इस मौसम जोड़ों का दर्द भी बढ़ जाता है। वहीं पुरानी सूजन संबंधी समस्याएं भी ट्रिगर हो जाती हैं। ऐसे में आपको अपने सेहत के प्रति अधिक सचेत रहना चाहिए। इसके अलावा कुछ खास घरेलू नुस्खे हैं, जो इन प्रकार की परेशानी को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। इन्हीं खास नुस्खों में से एक है, काली मिर्च और घी का मिश्रण (ghee – kali mirch benefits)।
काली मिर्च और घी दोनों में कई महत्वपूर्ण प्रॉपर्टीज और पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है। जो आपकी समग्र सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। विशेष रूप से यह इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है, और आपके शरीर को संक्रमण से बचाती है। तो क्यों न इस सर्दी अपनी सेहत को सुरक्षित रखने के लिए काली मिर्च और घी के मिश्रण की मदद ली जाए (ghee – kali mirch benefits)। चलिए जानते हैं, आखिर इनके क्या फायदे हैं, साथ ही जानेंगे काली मिर्च और घी के मिश्रण को डाइट में शामिल करने का तरीका (ghee – kali mirch benefits)।
घी और काली मिर्च का सेवन जोड़ों के दर्द से काफी हद तक राहत प्राप्त करने में मदद करता है। इतना ही नहीं, इसके सेवन से आपका ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है। काली मिर्च में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी सूजन से राहत प्रदान करते हुए आपकी हड्डियों को मजबूत बनाती हैं।
घी और काली मिर्च का सेवन आपके दिल और लिवर स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, घी में ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा पाई जाती है, जो ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देती है। इसके अलावा, ये स्लीप साइकिल रेगुलेशन में मदद करते हैं, और ऑर्गन डैमेज के जोखिम को कम कर देते हैं।
काली मिर्च और घी का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। ठंड के मौसम में वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में काली मिर्च में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है और शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है। इसके लिए आपको इस शानदार मिश्रण का नियमित सेवन करना चाहिए।
खराब आंत का मतलब है खराब स्वास्थ्य, त्वचा, पाचन, मानसिक स्वास्थ्य, चिंता आदि। घी में मौजूद फैटी एसिड और काली मिर्च का मिश्रण शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालकर, आतों की सेहत को बढ़ावा देते हैं। इस मिश्रण का नियमित सेवन अपच, कब्ज, ब्लोटिंग, गैस आदि जैसे पाचन संबंधी समस्याओं के खतरे को कम कर देता है। इसकी डिटॉक्सिफाइंग प्रॉपर्टी टॉक्सिंस के कारण होने वाली समस्याओं के खतरे को कम कर देती हैं।
वेट लॉस डाइट फॉलो कर रहे लोग घी और काली मिर्च पाउडर को मिलाकर डाइट में शामिल कर सकते हैं। काली मिर्च में पाए जाने वाला पिपेरिन नामक तत्व शरीर में जमा चर्बी को कम करने में मदद करता है। वहीं देसी घी शरीर को ऊर्जा देती है, जिससे आपको वर्कआउट के दौरान अधिक चर्बी बर्न करने में मदद मिलती है। इस प्रकार यह वेट मैनेजमेंट में आपकी मदद कर सकता है।
घी और काली मिर्च को एक साथ खाने से सूजन कम होती है। इन दोनों चीजों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं। गठिया के मरीजों के लिए घी और काली मिर्च फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके अलावा जिन लोगों को क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन की समस्या रहती है, उन्हें इसका सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि लंबे समय तक सूजन के बने रहने से कई गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
काली मिर्च दिमाग तेज करने में कारगर होती है। घी में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो ब्रेन को स्वस्थ रखने में मदद करता है। घी और काली मिर्च का सेवन आंखों के लिए भी अच्छा माना जाता है।
सबसे पहले काली मिर्च को पीसकर पाउडर बना लें।
अब रोजाना एक चम्मच घी में 2 चुटकी काले मिर्च पाउडर डालकर मिलाएं।
इस मिश्रण को खा लें। उचित परिणाम के लिए इसे सुबह के समय खाली पेट खाने की सलाह दी जाती है।
यदि आपको सीधा घी और काली मिर्च का स्वाद पसंद नहीं है, तो एक कप पानी में एक चम्मच घी और दो चुटकी काली मिर्च डालकर इन्हें उबालें। फिर इस पानी को पिएं। इस प्रकार भी आप पोषक तत्वों से भरपूर काली मिर्च और घी के मिश्रण की गुणवत्ताओं का लुफ्त उठा सकती हैं।
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