पाचन क्रिया शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो न केवल आपके खाद्य पदार्थों को पचाने में मदद करता है, बल्कि आपके समग्र सेहत को बढ़ावा देता है। पाचन क्रिया (healthy digestion) स्वस्थ एवं संतुलित शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है। अस्वस्थ पाचन का असर त्वचा से लेकर हृदय स्वास्थ्य पर नजर आ सकता है, यहां तक की यह शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को प्रभावित करता है। जिससे कि बॉडी में न्यूट्रिशन की कमी हो सकती है। इसलिए पाचन स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है (Fruits to avoid constipation)।
पाचन क्रिया को बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी है, अपने नियमित खान-पान और जीवन शैली में सुधार करना। इसके अलावा ऐसे कुछ खास फल हैं, जो आपके डाइजेशन को स्टिम्युलेट करते हैं और एक बेहतर पाचन में मदद करते हैं। यदि आप अभी तक इन फलों की गुणवत्ता से वाकिफ नहीं हैं, तो आपको इस लेख के माध्यम से इन फलों के फायदे (fruits benefits) से जुड़ी जरूरी जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। तो चलिए जानते हैं, उनके बारे में अधिक विस्तार से (Fruits to avoid constipation)।
यदि आप अपने पाचन स्वास्थ्य से परेशान हैं, और उसके लिए सुपरफूड की तलाश में हैं, तो इसके लिए केला एक बेहद प्रभावी फल साबित हो सकता है। केले में भरपूर मात्रा में प्रीबायोटिक्स होते हैं, जो आंतों की सेहत को बढ़ावा देते हैं। इसके साथ ही केला फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन स्वास्थ्य के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण न्यूट्रीशन है।
इन्हें अपने आहार में शामिल करना आसान है, क्योंकि ये बहुत पोर्टेबल होते हैं और इन्हें ऐसे ही खाया जा सकता है। अगर आपके पास पके केले हैं, तो आप उन्हें सीधा खाने के साथ केले के पैनकेक और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर हेल्दी व्यंजनों को बनाने में इस्तेमाल कर सकती हैं।
अनानास भरपूर मात्रा में ब्रोमेलैन होता है, जो एक एंजाइम है। यह अपने एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों और प्रोटीन को तोड़ने की क्षमता के लिए जाना जाता है। अनानास का सेवन पाचन प्रक्रिया को आसान बना देता है, और अपच के लक्षणों से राहत देता है। विशेष रूप से यदि आप अक्सर ब्लोटिंग, गैस, अपच जैसी समस्याओं से परेशान रहती हैं, या आपका पेट अक्सर भरा हुआ महसूस होता है, तो ऐसे में अनानास का सेवन आपकी पाचन क्रिया के लिए भिन्न रूपों में फायदेमंद साबित हो सकता है।
अनार पॉलीफेनोल से भरपूर होते हैं, जो एक प्रीबायोटिक है।ये लहसुन और प्याज जैसी कुछ सब्ज़ियों से बनने वाले प्रीबायोटिक्स की तरह गैस को ट्रिगर नहीं करते हैं, जबकि आंत की परत की रक्षा करने वाली बलगम परत को बढ़ावा देने और ठीक करने में मदद करते हैं। अनार में फाइबर की मात्रा पाई जाती है, जो खाद्य पदार्थों को धीमे-धीमे पचने में मदद करते हैं, और एक स्वस्थ पाचन के निर्माण में सहायता करते हैं। आप इसे फल के रूप में सीधा खा सकती हैं, इसके अलावा सलाद या भुनी हुई सब्ज़ियों के ऊपर गार्निशिंग के लिए इस्तेमाल कर सकती है।
कीवी में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, खास तौर पर इनमें सॉल्युबल फाइबर की मात्रा पाई जाती है, जो इन्हें पाचन क्रिया के लिए एक स्वस्थ विकल्प बनाती हैं। फाइबर मल त्याग को नियंत्रित करने और कब्ज को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा, कीवी में एक्टिनिडाइन नमक एक एंजाइम पाया जाता है, जो प्रोटीन के पाचन में सहायता करता है। इसके साथ ही कवि में विटामिन सी सहित कई अन्य महत्वपूर्ण मिनरल्स एवं विटामिन की गुणवत्ता पाई जाती है, जो पाचन को स्टिम्युलेट करने के साथ ही समग्र सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं।
सेब एक विंटर सुपर फूड है, जो पेक्टिन का एक अच्छा स्रोत होता है। पेक्टिन एक प्रकार का सॉल्युबल फाइबर है, जो प्रीबायोटिक के रूप में कार्य करता है। वहीं आतों में हेल्दी बैक्टीरिया को पोषण देता है। सेब में एंजाइम होते हैं, जो पाचन में सहायता करते हैं और स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम को बनाए रखने में मदद करते हैं। आतों में स्वस्थ बैक्टीरिया का बढ़ता स्तर, खाद्य पदार्थों के पाचन में सहायता करता है। साथ ही साथ व्यक्ति के समग्र पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।’
स्ट्रॉबेरीज, ब्लूबेरीज और रास्पबेरीज जैसे बेरीज एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देते हैं। इनमें पर्याप्त मात्रा में पानी मौजूद होते हैं, जो पाचन क्रिया को लुब्रिकेंट करते हैं। वहीं मल को नरम रखते हैं जिससे मल त्याग को सुचारू बनाए रखने में मदद मिलती है। सामान्य भाषा में समझे तो बेरीज कब्ज की समस्या में कारगर होते हैं, विशेष रूप से यदि किसी को क्रॉनिक कांस्टिपेशन है, तो उन्हें नियमित रूप से बेरीज का सेवन करना चाहिए। इससे उनके मल त्याग में सुधार होता है।
यह भी पढ़ें : Anti Aging Fruit : 8 एंटी एजिंग फ्रूट्स जो आपकी त्वचा को समय से पहले बूढ़ा होने से बचाते हैं