ठंड के मौसम में बढ़ने वाली शुष्कता हाथों में ड्राईनेस को बढ़ा देती है, जिससे त्वचा के रंग में परिवर्तन भी नज़र आने लगता है। दरअसल, स्किन पर एकत्रित होने वाले डेड स्किल सेल्स के कारण त्वचा का कालापन बढ़ने लगता है। साथ ही स्किन खुरदरी और बेजान दिखने लगती है और जलन की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
बाहर निकलने से पहले हाथों को ठंड और प्रदूषण से बचाने के लिण् दस्ताने अवश्य पहन लें। इससे हाथों में बढ़ने वाले खुरदरेपन को कम किया जा सकता है। साथ ही त्वचा पर फ्री रेडिकल्स के प्रभावको कम किया जा सकता है। इसे पहनने से हाथों में मौजूद नेचुरल ऑयल की लेयर बरकरार रहती है, जिससे त्वचा का लचीलापन बना रहता है।
साबुन में मौजूद हार्श केमिकल्स हाथों की नमी को सोख लेते है। इसमें मौजूद एसिडिक तत्वों से त्वचा का पीएच संतुलन बिगड़ने लगता है। इसके अलावा डिशवाटर लिक्विड या डिटर्जेंट के डायरेक्ट संपर्क से बचें। इनके इस्तेमाल से पहले हाथों को कवर कर लें। इसकी जगह पर माइल्ड हैंड वॉश का इस्तेमाल करें और स्किन को क्लीन रखें।
हाइड्रेटिंग गुणों से भरपूर एलोवेरा जेल से त्वचा का रूखापन कम हो जाता है। इसमें मौजूद वॉटर कंटेट त्वचा की लेयर्स की डीप नरिशमेंट में मदद करता है। इससे त्वचा पर दिखने वाली रेखाएं औरक्रैक ठीक होने लगते हैं। इसमें मौजूद एंटी.इंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टिरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण स्किन को एक्सफोलिएट करने में मदद करते हैं। हाथों को धोने के बाद एलोवेरा जेल की थिन लेयर्स को हाथों पर लगाकर छोड़ दें। इससे स्किन को फायदा मिलता है।
सर्दी के मौसम में बार बार हाथ धोने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले गर्म पानी से त्वचा की नमी खोने लगती है। इससे नकेवल स्किन पर खुजली बढ़ती है बल्कि रूखापन भी नज़र आने लगता है। त्वचा केनेचुरल ऑयल को मेंटेन रखने के लिए सामान्य पानी का ही प्रयोग करें। इसके अलावा हाथों को गर्म पानी में सोक करके रखने से भी बचें।